इस साल का सफ़र _ कुछ यूँ गुज़र गया,
कुछ अपने अंजान हो गए _ कुछ अंजान अपने हो गए..
तारीखों में _ धीरे – धीरे _ व्यतीत हो रहे हैं हम,
आज है _ लेकिन हर छण _ अतीत हो रहे हैं हम..
कुछ अपने अंजान हो गए _ कुछ अंजान अपने हो गए..
आज है _ लेकिन हर छण _ अतीत हो रहे हैं हम..