सुविचार 3322

___ लोग अपने दुख से दुखी नहीं है __ जितना लोग दूसरों का सुख देखकर दुखी हैं ;

_ लोग अपने दुखों से, अपने कामों से, दुखी नहीं _ जितना लोग _ कोई खा कमा रहे, मेहनत संघर्ष करने वालों से दुखी हैँ ;

_ लोग तो दूसरों से जलते हैं और दूसरों के काम को काम नहीं, _ दूसरों की मेहनत को मेहनत नहीं समझते हैँ.

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