सुविचार 3758

मोह खत्म होते ही खोने का डर भी निकल जाता है,

_ चाहे दौलत हो, वस्तु हो, रिश्ते हो, या जिंदगी…

मोह उसी का करो, जिस पर आपका अधिकार हो ;

_जिसपर अधिकार ही नहीं, उसका मोह भी करना बेकार है..!

वे ऐसी चीजों का हिस्सा मांग रहे हैं, _ जिन्हें किसी और ने मेहनत से कमाया और बनाया !!

_यह अधिकार कैसे हुआ ??

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