सुविचार 461

सच की ताकत से बड़ी कोई ताकत नहीं है. यह ऐसी ताकत है, जो बड़ी गलती या कमी के बाद भी आप के व्यक्तित्व की चमक को न तो कभी कम नहीं होने देती है और न ही आप की लोकप्रियता को. यदि आप सच बोलते हैं, तो आप को कुछ याद रखने की जरुरत नहीं रहती और कभी अपने कथन के समर्थन में सबूत पेश नहीं करने पड़ते. लोग आप को एक सच्चे व्यक्ति के रूप में जानने लगते हैं और आप पर भरोसा करने लगते हैं. सच बोलने वाले लोगों को सभी पसंद करते हैं और उन का सम्मान किया जाता है. इसलिए सच बोलने के गुण को स्वयं में इतना विकसित करें कि लोग आप पर पूरा- पूरा भरोसा कर सकें.

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