जब आप अपने लक्ष्यों के प्रति पूरी तरह ईमानदार होते हैं, तो दुनिया एक बहुत ही सहायक जगह होती है,
_ लेकिन यदि आप अपने लक्ष्यों के प्रति सहायक नहीं हैं, तो आप किसी से आप पर विश्वास करने की उम्मीद भी कैसे कर सकते हैं.
_ हमारी यात्रा एक अच्छा इंसान बनने की है.
_जो भी आपका आदर्श इंसान है – वही बनें और विकसित होते रहें.