सुविचार 3858

जब हम अच्छे पर ध्यान केंद्रित करते हैं,

_तो अच्छाई और बेहतर हो जाती है.

अपनी अच्छाई पर इतना भरोसा रखो कि..

_ जो भी आपको खोएगा यक़ीनन रोयेगा.

सुविचार 3857

आपके सामने जो दूसरों की बुराई करता है, उससे यह उम्मीद मत रखिए कि,

वह दूसरों के सामने आपकी तारीफ़ करेगा.

सुविचार 3856

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि _ हम क्या चाहते हैं, एक बार जब हमें वह मिल जाता है तो _हम कुछ और चाहते हैं.

It doesn’t matter what we want, once we get it, then we want something else.

सुविचार 3855

जो चीज गलत है वो गलत है,

चुप रह कर कायर बनने से अच्छा है, कि वहां बोलकर बदतमीज बन जाओ.

सुविचार 3854

दूसरों को देखते समय हम क्या देखते हैं _ यह आप कि नजर की स्पष्टता पर निर्भर करता है _ जिससे हम देखते हैं.

इसलिए दूसरों को आंकने में जल्दबाजी न करें, _ खासकर अगर आपके जीवन का दृष्टिकोण क्रोध, ईर्ष्या, नकारात्मकता या अधूरी इच्छाओं से घिरा हो.
किसी व्यक्ति को पहचानने से _ यह परिभाषित नहीं होता कि वे कौन हैं ;
_यह ” जो आप हो ” उसे परिभाषित करता है.
हर कोई अपनी अपनी जंग लड़ रहा है,

_ बाहर से हंसते हुए चेहरे भी अपने अंदर दुख का अथाह सागर समेटे होते हैं,,

आहिस्ता ही सही बढ़ते रहना, ठहर जाओ तो जंग लग जाता है.!!
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