सुविचार 3617

बड़प्पन बड़े आदमियों के संपर्क से नहीं,_

_ अपने गुण, कर्म और स्वभाव की निर्मलता से मिला करता है.

हर किसी में हजारों खामियां होती हैं, पर उनमें खूबियां भी होती हैं..

_उनकी इन खूबियों और गुणों की भी देखभाल होनी चाहिए..!!

झुक जाने से कोई छोटा नहीं हो जाता बल्कि ये बड़प्पन कहलाता है,

_ क्योंकि झुकता वही पेड़ है जिसके तने लंबे और लचीले होते हैं.!!

सुविचार 3616

लोगों की उम्मीद बनो, उनकी कमजोरी नहीं, _ क्योंकी

उम्मीद जीना सिखाती है और कमजोरी मोहताज बनाती है.

सुविचार 3615

हमारी सबसे बड़ी विडम्बना ही यही है कि _ हमे अपना ग़लत होना दिखाई नही देता _ परन्तु दूसरे ग़लत दिखाई पड़ते हैं.
जीवन में जीवन की खोज के सिवा सब कुछ खोज लिया जाता है.

_ इस विडम्बना भरे सत्य के साथ सब कुछ कितना निरर्थक है..!!

सुविचार 3614

जिसका शरीर स्वस्थ, मन शांत और बुद्धि लचीली होती है,

_ वह अपने काम में ‘ एक्सपर्ट ‘ बनने की पूरी संभावना रखता है.

हर शुरुआत का अंत होता है..

_ पर हर अंत में एक नई बेहतर शुरुआत की संभावना छुपी होती है.!!

सुविचार 3613

ऐसे व्यक्ति को संभाल कर रखिए, जिसने आपको….!

ये तीन चीजें भेंट दी हों ” साथ “, ” समय “, और ” समर्पण ” !!

सुविचार 3612

इंसान को अपनी सोच बेहद मजबूत बनानी चाहिए,

_ उसकी सोच ही उसे जिंदगी में आगे बढ़ने की प्रेणा देती है.

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