सुविचार 3599
ज़िंदगी की भागदौड़ और तनाव में आपकी हंसी गायब न हो जाए, इसलिए खुलकर हंसे.
खुलकर हंसने से फेफड़ों में लचीलापन बढ़ता है और उन्हें ताज़ी हवा मिलती है.
खुलकर हंसने से फेफड़ों में लचीलापन बढ़ता है और उन्हें ताज़ी हवा मिलती है.
_ चिरागों का कोई अपना मकां नही होता..
_ चल चराग़ जलाएं अंधेरा मिटेगा !!
और उन्हें सुधारने के लिए आपको साहसी होना होगा.
_ वो आज नही तो कल आपको सफल जरूर बनाता है !