सुविचार 3588
समाज की एक ही समस्या है की आनंद कैसे पाया जाए,
_ और पूरा प्रयास ये है कि लोग आनंदित न दिखाई दे.
_ और पूरा प्रयास ये है कि लोग आनंदित न दिखाई दे.
_ सब कुछ अपने आप ही बदल जाएगा.
_ इसीलिए वह खट्टे-मीठे अनुभवों से होकर गुजरता है.
_ और ये भी सत्य है की आप जिसको जैसा देते हैं उससे कई गुणा होकर आपके पास ही आएगा !!
दोनों का सामान रूप से रसास्वादन लेने के उपरांत ही अनुभव को पूर्ण कहा जा सकता है.