सुविचार 4521

एक समर्पित ह्रदय कृपा, ख़ुशी, प्रसन्नता और हर्ष को आकर्षित करता है, जिसके फलस्वरूप सम्बन्ध बनते हैँ.

सुविचार 4520

अगर आप किसी के साथ ग़लत करने का सोच रहे हों,

तो अपनी बारी का इंतज़ार जरूर करना !!

सुविचार 4519

दिल की बात को ध्यान से सुनें और श्रद्धापूर्वक इसका अनुशरण करें,

इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें.

सुविचार 4518

इस पर ध्यान दो ” आपके लिए क्या जरुरी है “

चारो तरफ बहने वाली हवाओं और लोगों की देखा देखी कोई काम मत करो,

क्योंकि हवाएं रोज़ बदल जाती है.

सुविचार 4517

समानुभूति यानी किसी और की भावनाओं को स्वाभाविक रूप से समझना, कि वह क्या महसूस कर रहा है, उन्होंने आपमें क्या भाव जगाए हैँ.
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