सुविचार 4569
जो गिर कर संभल जाता है, वो अक्सर जिंदगी को समझ जाता है.
लेकिन वो ये नहीं जानते कि आगे नहीं बढ़े, बल्कि पीछे रह गए हैं,
अच्छे कर्म ही मनुष्य को ऊंचा उठाते हैं.
वो ज़िन्दगी में अपना काम बहुत जिम्मेदारी से करते हैं..
नियत अच्छी रखो, काम अपने आप ठीक होने लगेंगे.
जो अपने आपसे उम्मीद रखते हैं, किसी और से नहीं..
सच अकेला ही मिलेगा और झूठ तीन चार गवाहों के साथ..