सुविचार 4121
किसी को इतना भी हक़ मत दो कि, _वो फैसला करे कि
_कब आपको हंसना हैं, और कब आपको रोना हैं...
_कब आपको हंसना हैं, और कब आपको रोना हैं...
_बल्कि हमारे साथ जुड़े लोगों की पहचान करवाने आती हैं !!
_ लेकिन जो उसने सिखाया, उसे कभी मत भूलो !!
_अपने ही संबंध में सोच लेना, वही काफी है !!
_तराशने पर कोई एक आध ही अपना निकलता है…!!
_उस पर बड़े मामलों में भी भरोसा नहीं किया जा सकता…
_ उतना ही आपका भविष्य उज्जवल हो जाता है !!