सुविचार 4420

दुःख से रिश्तेदारी अच्छी नहीं,

अपने जीवन में सबको महोत्सव चाहिए, सम्पन्नता चाहिए एवं जीत चाहिए; ऐसा हो सकता है बशर्ते आप दुःख में रहने की आदत ना डालें.

सुविचार 4418

सहारे इंसान को खोखला कर देते हैं और उम्मीदें कमज़ोर कर देती हैं; अपनी ताकत के बल पर जीना शुरू कीजिए, आपका खुद से अच्छा साथी और हमदर्द कोई और नहीं हो सकता.

सुविचार 4416

जटिलता को अपनी सरंचना में स्थूलता या ठोसता और अतीत के विचारों के जाल के रूप में परिभाषित किया जा सकता है.
जीवन तब जटिल हो जाता है जब हम खुद को केंद्र में रखने के बजाय दूसरों को अपने जीवन का केंद्रीय स्थान देते हैं..

_ ताकि वे हमारे जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लें, वे हमारे जीवन का निर्धारण करें..!!

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