सुविचार 4430

“हर वक़्त किसी इंसान की बुराई करते रहना,”

_ इससे आपका व्यवहार एक जगह नहीं बल्कि सब जगह खराब होता है.

हमें मालूम होता हैं फ़ला काम करने से हमारे साथ बुरा होगा..

_ मग़र हम फिर भी नहीं रुकते…!

किसी इंसान के साथ बुरा करने के बाद भी.. अगर वो एक शब्द भी नहीं बोलता तो उससे डरने की आपको बहुत जरुरत है.!!

सुविचार 4429

कुछ बातों से अनजान रहना अच्छा है,

_ कभी कभी सब कुछ जान लेना भी तकलीफ देता है.!!

सुविचार 4428

जो बराबरी नहीं कर सकते वही आपकी टांग खींचते हैं और खुद के कल्याण के बारे में न सोच कर,

दुसरो को नीचे गिराने की नीतियां बनाने में रह जाते हैं.

सुविचार 4427

न अभाव में होता है, न प्रभाव में होता है,

जीवित वही है, जो अपने स्वभाव में होता है.

सुविचार 4426

इस संसार में कोई संकट जितना ही गहन होता है, उस पर विजय प्राप्त करने के बाद उससे प्राप्त होने वाला गौरव भी उतना ही विशाल होता है.

सुविचार 4425

हम सदा कारण से प्रसन्न होते हैं, अकारण प्रसन्नता का नाम मस्ती है.
जो अपना मूल्य जानते हैं, वो दूसरों से अपनी तुलना नहीं करते हैं.!!
प्रसन्न वो हैं जो…अपना मूल्यांकन करते हैं..

_ परेशान वो हैं जो…दूसरों का मूल्यांकन करते हैं…!!

स्वयं प्रसन्न रहना और दूसरों को प्रसन्न करना, जीवन का सबसे सुन्दर लक्ष्य है.

भय, लालच, क्रोध, कड़वाहट, जैसे नकारात्मक भाव प्रसन्नता का भाव कम कर देते हैं.!!

error: Content is protected