सुविचार 4699 | Oct 30, 2025 | सुविचार इस जीवन में जीने से अधिक मरने के छण आएँगे, तुम्हें उनमें भी जीना है.
सुविचार 4696 | Oct 27, 2025 | सुविचार भाषा शरीर का ऐसा अदृश्य अंग है, जिसमें इंसान का सब कुछ दिखाई देता है.
सुविचार 4695 | Oct 26, 2025 | सुविचार आपके अलावा कोई आपकी परिस्थिति के लिए जिम्मेदार नहीं है, _ कोई आपको गुस्सा नहीं दिला सकता और कोई आपको खुश भी नहीं कर सकता. मुझे भी ऐसा ही लगता था…कि हर परिस्थिति मेरे नियंत्रण में हो… लेकिन सच में…ऐसा होता नहीं है.!! _ जैसा हो रहा है होने दो.. और आपको जो सही लग रहा है वो करो.!!
सुविचार 4694 | Oct 25, 2025 | सुविचार जो व्यक्ति दुःखों और असफलता को स्वीकार करके निरंतर आगे बढ़ता है, उसकी सफलता दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती.