सुविचार 4475
आपकी खुशी केवल इस बात पर निर्भर करती है कि आपके विचारों में कितनी पवित्रता है.
अपने विचारों को इतना तीक्ष्ण बनाओ कि वे संसार के किसी भी दुःख को भेद सके.!!
ज़िन्दगी का मुझमें, दूर तक नामो-निशाँ नहीं.
लेकिन फिर भी, सारे जगत का हिसाब है.
उनकी भी एक याद बनी रहती है जीवन में..
जिस समय हम गलतियों का स्वीकार कर लेते हैं, उस समय परिवर्तन प्रारम्भ हो जाता है.
बिना बताए किसी को सो जाता हूँ….!!
_ आपका घर तो सिर्फ़ रास्ते में आया था”
_ ऐसे लोगों से दूर रहने में ही आपकी भलाई है.!!
तो आप कभी वास्तविकता को नहीं जान पाएंगे.