सुविचार 4513
ग़लती किसी से भी हो सकती है, वास्तविकता जाने बिना किसी को दोष न दें.
क्योंकि आपके पास उनकी बातों को ध्यान देने के लिए समय ही नहीं होगा.
खुश नहीं गर ज़िंदगी से, तो वजह तुम खुद ही हो,
अपनी ऊर्जा को किसी ऐसी चीज़ में निवेश करें जो आपके विकास में योगदान करने वाली हो.
उसका चौबीसवाँ हिस्सा भी सकारात्मक सोचने में लगाये तो सारे समाधान हाथ में होते हैं.
और नफ़रत वो चीज है जो इंसान को कभी खिलने नहीं देती.