सुविचार 4424
अपने “लक्ष्य प्राप्ति” के लिए “आज क्या किया”
रोज रात सोने से पहले एक बार सोचना चाहिए.
रोज रात सोने से पहले एक बार सोचना चाहिए.
सुबह ज़रूर आएगी तो सुबह का इंतज़ार कर..
पास अगर हो तो ,,,,,,अहसास कहाँ होता है !!
प्रगति करने के लिए आज कल साधन सम्पदा बहुत हैं लेकिन लोगों में धैर्य नहीं है !
कुछ तो बाक़ी रह गया है तेरे मेरे दरमिया..
” यह कठिन होने वाला है, लेकिन कठिन का अर्थ असंभव नहीं है “
अपने जीवन में सबको महोत्सव चाहिए, सम्पन्नता चाहिए एवं जीत चाहिए; ऐसा हो सकता है बशर्ते आप दुःख में रहने की आदत ना डालें.