Protected: Keshav
सुविचार 4400
सच्चे “अर्थों” में अगर हम “विचार” करें, तो पता चलता है “प्रतियोगिता” का नाम ”जीवन” नहीं, बल्कि “सहयोगिता” का नाम ”जीवन” है..
मस्त विचार 4275
अजीब शोर मचाने लगे हैं सन्नाटे,
ये किस तरह की ख़मोशी हर इक सदा में है..
मस्त विचार 4274
हम इतने हसीं तो नहीं, कि हम पर कोई भी फिदा हो जाए,
लेकिन हां, जिसे हम आँख भर के देख लें, उन्हें हम उलझन में डाल देते हैं…
सुविचार 4399
आपका ज्ञान आपको शक्ति दे सकता है परंतु आपका अच्छा चरित्र आपको आदर भी देता है.
सुविचार – 086
जो लोग सुख का ठीक से ध्यान नहीं रखते,
_ दुख उन्हें घेर लेता है !!
मस्त विचार 4273
याद वो नहीं जो अकेले में आए,
याद तो वो है,जो महफिल में आए और अकेला कर जाए _
सुविचार 4398
आप एक ही नदी के पानी को दुबारा नहीं छू सकते, क्योंकि जो धारा बह चुकी वो कभी वापस नहीं आती ;
_ उसी तरह जीवन की एक स्थिति पर रुके मत रहिए, जो कल बीत गया वो कितना भी अच्छा या बुरा क्यों न था, उसे भूल कर आपको आगे बढ़ना ही होगा.
नदियों की तरह बहते रहो, चट्टानें अपने आप कट जाएंगी.!!
मस्त विचार – 2025 नया साल – 4272
प्रिय “2025” जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं,
_ज्यादा उत्सुक होने की जरूरत नही है,
_चुपचाप आये हो तो चुपचाप निकल भी लेना,
_ ज्यादा लफड़ाबाजी पिछले वाले कि तरह नही करना,
_ खुश रखना और खुश रहना.
बहुत रूठा है नया साल, जिसे देखो वही मना रहा है !!
आप साल बदलते देख रहे हो, मैंने साल भर लोगों को बदलते देखा.!!
आज बहुत से लोग बहुत से अलग-अलग निर्णय लेंगे,
_ लेकिन वो बस आज के लिए ही होंगे !!
आखिर ये साल बदलता ही क्यों हैं, जबकि सबकुछ तो वहीं ठहरा रहता है,
_ कुछ बातें, कुछ यादें वही होती हैं औऱ उन्ही को हम बार-बार जिये जाते हैं ..तो फिर क्या मायने रखता है..
_ वक़्त का बदलना, साल और महीनों का बदलना, जब इंसान का अंदरूनी भाव ही नही बदल सकता तो,
_ सबकुछ बदलकर भी कुछ न बदला तो ऐसे बदलने का क्या मतलब…!