सुविचार 4678
निराशा हवा का वो झोंका है, जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है
आपको निराश होने की नहीं, रास्ते ढूंढ़ने की जरुरत है.
आपको निराश होने की नहीं, रास्ते ढूंढ़ने की जरुरत है.
जो जलता है तरक्की देखकर लोगों की..
फिर वो चाहे धन हो या खुशियां..
कभी उनकी मुश्किलों के हल भी रहे हैं !
कब्र में किसी की ज़मींदारी नहीं चलती..!!!
गिराने वाले एक रोज नहीं, हर रोज मिला करते हैं.