सुविचार 4393
उन व्यक्तियों के जीवन में आनंद और शांति कई गुणा बढ़ जाती है,
जिन्होंने प्रशंसा और निंदा में एक जैसा रहना सीख लिया हो !!
जिन्होंने प्रशंसा और निंदा में एक जैसा रहना सीख लिया हो !!
क्या हमको भी उन आँखों ने ढूंढा होगा..
एक ऐसी पहेली है, जो ज़िंदगी कहाती है,”
आप या तो अभी खुश होना चुन रहे हैं या आप खुश न होने का बहाना बना रहे हैं.
जो बोया है वो निकलना तय है..