मस्त विचार 4191
_ समझ आयी तो हम ख्वाबों की मुट्ठी में थे !!
_ संगीन और कड़वी हकीकत है दुनिया, यह कोई सुनहरा ख्वाब नहीं.!!
_ बातों का भी एक्सपायरी डेट होता है, आखिर सालों से वही-वही कोई कब तक सुनें..!
_ समझ आयी तो हम ख्वाबों की मुट्ठी में थे !!
_ संगीन और कड़वी हकीकत है दुनिया, यह कोई सुनहरा ख्वाब नहीं.!!
_ बातों का भी एक्सपायरी डेट होता है, आखिर सालों से वही-वही कोई कब तक सुनें..!
_ कम्बख्त वहीं से गुजरता है जहां रास्ते नहीं होते..
_ हर किसी के पास कुछ ना कुछ कमी है.!!
_ इसलिए आज में सुधार करें और पुरानी बातों को अनुभव की तरह इस्तेमाल करें.
किसी से बात ना होना भी चुभता है..
परिवर्तन और हानि बहुत दर्दनाक हो सकती है, लेकिन अक्सर व्यक्तिगत विकास या एक नया दृष्टिकोण हो सकता है.
अगर मैं उन्हें तोहफे में एक आईना दे दूँ..
_ और हम समझते रहे की लोग हमें पसंद करते हैं..!!