सुविचार 4658

दुख पीछे देखता है, चिंता इधर उधर देखती है लेकिन विश्वास हमेशा आगे ही देखता है.
विश्वास एक ऐसी डोर है जो अनजान को भी अपना बना देती है, और जब टूटे तो अपनेपन की पहचान तक मिटा देती है.!!

सुविचार 4657

” ठोकर ” तो लग ही जाती है,

इसका मतलब ये थोड़ी है कि इंसान चलना ही छोड़ दे.

सुविचार 4655

इस दुनिया में हर इंसान उसी चीज के लिए रोता है जो उसके पास नहीं है ;

जब वो चीज उसके पास होती है तो उसकी वो कद्र नहीं करता है..!

जीवन का दुख यही है कि हम अपने जीवन में मौजूद कमियों को गिनते हैं..

_ और जो हमें मिला है उसकी कद्र करना भूल जाते हैं.!!

आपके जीवन में जो कुछ भी है उसका सम्मान करें..
_ अन्यथा वह किसी और के पास चला जाएगा.. जो उसकी कद्र करता है.!!

मस्त विचार 4530

भर जाएंगे मेरे ज़ख़्म भी तुम जमाने से जिक्र मत करना,

मैं ठीक हूं तुम दुबारा मेरी फिक्र मत करना !!

मस्त विचार 4529

” उन पर ध्यान देना बंद कीजिए, जो आपके पीठ पीछे कहते हैं,

इसका सीधा संबंध है_ _आप उनसे बेहतर हैं “

सुविचार 4654

दूसरों के व्यवहार को अपने मन की शांति को नष्ट करने का अधिकार न दें.
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