सुविचार 4307
जीवन हमें कुछ दे ना दे पर शांति और संतुष्टी जरुर दे।।।
तुमने मेरे लिए किया ही क्या है..
_ हर साँस, हर कदम, हर कार्य को सुधारना होगा.
_ और इसे पूरी तरह से जीकर इसका सम्मान करें.!!
किसी को हक नहीं कि मेरी परख करे..
जौहरी की आंख हो तो, कोहिनूर हाथ लग जाता है,”
टूटे हुए रिश्ते में रहने से सिंगल होना बेहतर है, _ अपनी अहमियत जानो..
वैसा ही कीमती भुगतान..
*उसी प्रकार खामोशी से बैठकर दूसरों की सही बात सुनना भी “एक साहस है”*
*संयम और समझ बहुत महत्व रखते हैं।*