मस्त विचार 4467
जो चाहा वो पा लिया, ख़ुद पर कर विश्वास.
इसीलिए बाकी नहीं, अब कोई भी आस.
इसीलिए बाकी नहीं, अब कोई भी आस.
बेहतर की तलाश में बेहतरीन को खो देता है.
जो घड़ी जी लेंगे वो ही रह जानी है.
सच ही कहूंगा, क्यूं इतना घबरा रहे हो..
क्योंकि तकलीफ़ खत्म हो जाएगी, मगर नेकी कभी खत्म नहीं होगी.
आज वक़्त ख़राब है तो क्या हुआ, एक दिन इसे बदल कर दिखाओ.
वरना बुरे कल भी नहीं थे और अच्छे आज भी नहीं..
बस मौका न छोड़ना, मुश्किलों में मुस्कुराने का.!!
_ रब आपके लिए कुछ और बेहतर सोच रहा है.!!