सुविचार 4611
यदि आप अनन्त ख़ुशियाँ और आनन्द पाना चाहते हैं तो अपनी इच्छाओं को कम कर दें.
लेकिन हमारे कर्मों के सिर्फ़ हम ही उत्तराधिकारी हैं.
जियो उसके लिए जो तुम्हारी दुनिया खूबसूरत बनाये !!!
या कहीं और सिलसिले मजबूत हो गए हैं..।।
पर एक शख्स है नासमझ मुझे बेहतरीन कहता है.
उसी को इस संसार में रहने का ढंग आ गया …
” जब भीतर कोई दुश्मन नहीं है, तो बाहर के दुश्मन आपको चोट नहीं पहुंचा सकते ”
जिंदगी गुज़ारने के दो ही तरीके है, एक तुझे नहीं आता … एक मुझे नहीं आता … !
बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती है, जो दूसरों से रखते हैं.