सुविचार 4362
बेहोशी” वहम ” को और ” होश ” आत्मविश्वास को मज़बूती देता है.
तेरे ही लिखे हुए अफ़साने का किरदार हूँ मैं….!!
_ और उसका एक ही परम मंत्र है, प्रयास प्राप्ति तक, और विधि है, परिपूर्ण प्रकिया,”
खुशी का रहस्य है अपने आशीर्वादों को गिनना जबकि दूसरे अपनी परेशानी बढ़ा रहे हैं.
जिसका खुद के सिवा कोई गवाह ना हो !!
_ जैसे वो जी कर किसी पर एहसान कर रहे हों, “