सुविचार – 2025 नया साल – 4397

जीवन क्षणभंगुर है ! जैसा अवसर रब ने दिया है उसे बेहतरीन तरीके से जीने की कोशिश करो !

_ आराम से सुकून से इत्मीनान से सलीके से होशो हवास में नए साल में जाएं.!!

2020 के बाद जीवन तो जैसे मानों केवल बीता है,

_ अवसाद और बढ़ती उम्र ने सब कुछ रोक दिया है,
_ जीवन में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा, सब कुछ रुक सा गया है,
_ अब तो ये भी नहीं पता कि कहाँ गुम हूँ,
_ जीवन एक काली कोठरी में बंद हो चुका है,
_ यहां से निकलना बेहद मुश्किल है,
_ मैं अब गर्त के आस-पास हूँ,
_ मेरा कुछ नहीं हो सकता !!

मस्त विचार 4271

ज़िन्दगी का एक वर्ष कुछ यूँ गुज़र गया,

_ कुछ लोग बदल गए.. तो कोई हमें बदल गया..!!

बड़ा रंगीन रहा ये साल..!

_ हर किसी ने अपना अपना रंग दिखाया..!!

कुछ खुशियाँ कुछ आँसू दे कर चला गया !

_ जीवन का इक और सुनहरा साल चला गया !!

यादगार सफर रहा साल का भी,

_ चला भी नहीं और चला भी गया !!

गुजरता हुआ साल बहुत कुछ सिखा गया..!

_ अपने और गैरों में भेद समझा गया..!

पूरे साल की उम्मीदें लाद दी जाती है जनवरी पर,

_ और सारे हादसों का इल्ज़ाम अकेला दिसंबर ढ़ोता है !!

तय कर लेने से जीवन नहीं चलता है,

_ जीवन तो अपने ही ढंग से चलता है.

सुविचार 4396

पुराने बहुत सारे सालों की तरह आने वाले सालों में भी आप सब का जीवन खुशनुमा रहे..!!
अगर आपने अब भी अपनी आदतें नहीं बदलीं तो आने वाला साल आपके लिए नया साल नहीं बल्कि एक और साल होगा.!!

मस्त विचार 4270

यदि आपने वास्तव में खुद से प्यार करना सीख लिया है,

तो ये संभव ही नहीं कि आपको ये दुनिया प्यारी न लगे.

सुविचार 4395

निर्णय लेते समय ना ज़्यादा खुश हों, ना ज़्यादा दुखी हों,

दोनों परिस्थितियां आपको सही निर्णय लेने नहीं देती.

सुविचार 4394

हमको कितने लोग पहचानते हैं उसका महत्व नहीं है,

_ मगर क्यों पहचानते हैं इसका महत्व है.

हम ऐसे लोगों के बीच रह रहे हैं, जो दूसरों की पहचान पर हंसते हैं.

_ क्योंकि वे अपनी पहचान से डरते हैं.!

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