सुविचार 4450
संसार में अपने पंख फैलाना सीखो,
क्योंकि दूसरों के पंखों के सहारे तुम उड़ नहीं सकते.
क्योंकि दूसरों के पंखों के सहारे तुम उड़ नहीं सकते.
उजालों में बड़े इत्मीनान से चलते हैं..
मैं सीधी राह पे आया,,,ग़लत तरीक़े से.!
वो जिक्र नहीं करते, हमेशा फिक्र किया करते हैं..
_ लेकिन वो मंजर बड़ा खूबसूरत होगा, जब कामयाबी शोर मचाएगी.!!
– रिदम राही
” चिंता कम करो, मुस्कुराओ अधिक, __ पछताओ मत, बस सीखो और बढ़ो “
थक चुका हूँ ज़िन्दगी का ये रवैया देखकर..