सुविचार 4570
जिन्हें आप को गलत ही समझना है वो लोग आपके मौन का भी गलत अर्थ निकाल ही लेंगे.
और पहचान रहे हो, तो ठहर क्यूँ नहीं जाते ??
पर ऐसा नहीं है कि मैंने चलना छोड़ दिया है.
_वो ज़िन्दगी में अपना काम बहुत जिम्मेदारी से करते हैं..!!
_ जरूरतें …जिम्मेदारियां… और ख्वाहिशें…!!
_ वो सीधा इंसान को सिखा देती है ‘जीना कैसे है’
दूसरे आपको कैसे देखते हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है, _ आप खुद को कैसे देखते हैं इसका मतलब सब कुछ है.
अब वक्त खुद से सुलह करने का है,,
जिसकी रगो में खून नहीं जुनून दौड़ता है..