मस्त विचार 4548
ख्वाबों के सारे, शीश महल टूट जाते हैं.
हाथ जब बीच सफर में जब छूट जाते हैं..
हाथ जब बीच सफर में जब छूट जाते हैं..
तो ये मुराद भी तेरी मैं ही पूरी करूँगा…!
किसी की ये आरज़ू के ख़ुदा देखता रहे.
जो मुझसे दूर होना चाहे मुझे उनसे पहले ही दूर कर देना.
सकारात्मकता को हावी होने मे उतना ही अत्यधिक समय लगता है.
कि दुःखों के लिए स्वयं दरवाजे खोल आते हैं..