सुविचार 4520

अगर आप किसी के साथ ग़लत करने का सोच रहे हों,

तो अपनी बारी का इंतज़ार जरूर करना !!

सुविचार 4519

दिल की बात को ध्यान से सुनें और श्रद्धापूर्वक इसका अनुशरण करें,

इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें.

सुविचार 4518

इस पर ध्यान दो ” आपके लिए क्या जरुरी है “

चारो तरफ बहने वाली हवाओं और लोगों की देखा देखी कोई काम मत करो,

क्योंकि हवाएं रोज़ बदल जाती है.

मस्त विचार 4393

कोशिश इतनी है की कोई रूठे ना हमसे, वरना

नज़रअंदाज़ करने वालों से नज़र हम भी नहीं मिलाते.

सुविचार 4517

समानुभूति यानी किसी और की भावनाओं को स्वाभाविक रूप से समझना, कि वह क्या महसूस कर रहा है, उन्होंने आपमें क्या भाव जगाए हैँ.
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