सुविचार 3728
इरादे मजबूत रखो, फ़िर ज़हर उगलने वाले भी घुटने टेकेंगे.
इरादे मजबूत रखो, फ़िर ज़हर उगलने वाले भी घुटने टेकेंगे.
_अहंकार चाहता है कि मैं अपनी सभी असफलताओं को किसी और की गलती के रूप में देखूं.!!
_फिर उससे भिन्न बात को हम सोचते भी नहीं !!
_हो सकता है वो कल आपका दुश्मन हो और आपके सारे राज जानता हो.