सुविचार 3653
स्वास्थ्य है तो जीवन है, सुखदाई कर्म से ही दुआएं मिलती हैं,
_ अतः जीवन में दुआओं का वज़न ज्यादा होना चाहिए.
_ अतः जीवन में दुआओं का वज़न ज्यादा होना चाहिए.
_वरना आप एक नकारात्मक इंसान के रूप में जाने जाएंगे और लोग आपसे दूर रहने में ही अपनी भलाई समझेंगे.
चिड़चिड़ापन बढ़ेगा और लोग आपको एक नेगेटिव इंसान समझेंगे.
_ जब तक आंतरिक परिवर्तन नहीं होगा, बाहरी परिवर्तन कभी भी परफेक्ट नहीं हो सकता..!
_ जैसे ही जीवन में मिठास आती है, हम जीवन के प्रति लापरवाह हो जाते हैं.!
_ बल्कि आपके द्वारा किया गया व्यवहार तय करेगा.