सुविचार 4648
अंतःकरण और कुछ नहीं बल्कि अंदर की आवाज़ है.
जब हालात बदलते हैं, तो लोगों के बोल बदल जाते हैं.
हालात कैसे भी हों, किसी के सामने झुकना नहीं..
बल्कि, आपको गलत साबित करने में अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं.
अकेलेपन का मतलब ये है की आपकी परवाह करने वाला कोई नहीं.