सुविचार 4607
इनसान को इनसान धोखा नहीं देते हैं,
बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती है, जो दूसरों से रखते हैं.
बल्कि वो उम्मीदें धोखा दे जाती है, जो दूसरों से रखते हैं.
मिला साथ धागे का फितरत ही बदल गयी.
जिसकी कदर करो वो वक़्त नहीं देता और जिसको वक़्त दो वो कदर नहीं करता.
पर मुझे पता है ये खुशी ज्यादा नहीं टिकने वाली.
क्योंकि लगाव से उम्मीदों का जन्म होता है
और दूसरों की, उम्मीदें अंत में दुःख का कारण बनती हैं.
कभी आँखें, कभी साँसे, हकीकत बोलती हैं !
जौहरियों की जब जब भी कमी हो जाती है.