सुविचार 4337
मुझे जिन्दगी का इतना तजुर्बा तो नहीं, पर सुना है ” सादगी और ईमानदारी ” से अपने ही लोग जीने नहीं देते !!
उजड़े हुए लोगों के ठिकाने नहीं होते !
” सभी उत्तरों की तुलना में कुछ प्रश्नों को जानना बेहतर है “
बस हम गिनती उसी की करते हैं, जो हासिल ना हो सका..